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मेरे घर का मुख्यद्वार उत्तर-पश्चिम दिशा में स्थित है। मैं यह जानना चाहती हूं कि कहीं मेरे घर के मुख्यद्वार में कोई वास्तुदोष तो नहीं है? घर के मुख्यद्वार की आदर्श स्थिति क्या होनी चाहिए?

कविता मुंजाल, अमृतसर

आपके घर के मुख्यद्वार में मामूली सा वास्तुदोष है। दरअसल, इस दिशा में मुख्यद्वार होने पर परिवार के सभी सदस्यों के जीवन में अनावश्यक भाग-दौड लगी रहती है। आपके पति का तबादला जल्दी-जल्दी हो सकता है। घर के मामलों में बाहरी लोगों का हस्तक्षेप बढ सकता है। इस वास्तु दोष को दूर करने के लिए अगर संभव हो तो आप अपने घर का मुख्यद्वार उत्तर-पश्चिम दिशा से हटा कर उत्तर-पूर्व दिशा में कर दें। अगर ऐसा करना संभव न हो तो उत्तर-पूर्व दिशा में एक छोटा सा गेट लगा दें ताकि पैदल आते-जाते समय परिवार के सभी सदस्य उसी गेट का इस्तेमाल कर सकें।

मेरे घर में बेटे-बहू का बेडरूम ऊपरी मंजिल पर है और हमारा कमरा ग्राउंड फ्लोर पर है। हमारे परिवार में सभी सदस्यों के आपसी संबंध तनावपूर्ण रहते हैं। हमें वास्तु के किन उपायों को अपनाना चाहिए ताकि हमें ये समस्याएं न हों?

आशा शर्मा, पानीपत

वास्तु के अनुसार आपका बेडरूम ऊपरी मंजिल पर होना चाहिए और बेटे-बहू का कमरा ग्राउंड फ्लोर पर होना चाहिए। अगर संभव हो तो आप ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में शिफ्ट हो जाएं और बेटे-बहू को नीचे भेज दें। अगर व्यावहारिक दृष्टि से ऐसा करना संभव न हो तो आप कम से कम इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आपका कमरा बेटे के कमरे के ठीक नीचे न होकर कहीं और हो। अपने परिवार में शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए आप अपने कमरे में क्रिस्टल से बना कोई शो पीस रखें।

आजकल मेरी बहू गर्भवती है। इससे पहले उसकी दो संतानों की गर्भ में ही मृत्यु हो चुकी है। इस वजह से हम लोग उसकी सेहत को लेकर बहुत चिंतित हैं और हमारी कामना है कि इस बार बहू स्वयं स्वस्थ रहते हुए स्वस्थ शिशु को जन्म दे। इसके लिए हमें क्या करना चाहिए?

शशिप्रभा रावत, कोटद्वार

सबसे पहले आप इस बात का ध्यान रखें कि आपकी बहू का कमरा उत्तर-पूर्व दिशा में कदापि न हो। गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद भी कुछ माह तक आप अपनी बहू को दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थित कमरे में रखें। इस बात का ध्यान रखें कि सोते समय उसका सिरहाना पूर्व या पश्चिम दिशा में हो। बहू के बेडरूम की पश्चिमी दिशा की दीवार पर श्रीकृष्ण भगवान के बाल रूप का या किसी हंसते-मुसकुराते बच्चे का पोस्टर लगाना चाहिए। आप चाहें तो अपनी बहू के कमरे में कुआन्-यिन-मदर अर्थात संतान की देवी का फेंगशुई शो पीस भी लगा सकती हैं।

मेरे पति ने टीवी और कंप्यूटर बेडरूम में ही लगा रखा है। मैंने कई लोगों से सुना है कि ऐसा करना वास्तु की दृष्टि से उचित नहीं है। मैं यह जानना चाहती हूं कि क्या यह सच है?

कविता मिश्रा, जयपुर

आपने बिलकुल सही सुना है। जिस समय टीवी या कंप्यूटर ऑन रहते हैं तो उनसे निकलने वाले इलेक्ट्रो मैगनेटिक रेडिएशन की क्षमता 0.7 मिलीगॉस से भी ज्यादा होती है। जिसका मस्तिष्क पर बहुत बुरा असर होता है। अगर बेडरूम में इलेक्ट्रॉनिक्स के सामान रखे जाएं तो इससे वहां सोने वाले व्यक्ति को तनाव, सिरदर्द, चिडचिडापन, अनिद्रा और डिप्रेशन जैसी समस्याएं होने लगती हैं। इसलिए ऐसी चीजों को अपने बेडरूम से बाहर ही रखने की कोशिश करें।

मैं नए फ्लैट में शिफ्ट होने जा रही हूं। मैं यह जानना चाहती हूं कि वहां तुलसी का पौधा किस दिशा में लगाना चाहिए?

स्वाति सिंह, भोपाल

तुलसी का पौधा लगाने के लिए पूर्व या उत्तर दिशा सबसे अधिक उपयुक्त होती है। अगर आपके नए फ्लैट की इस दिशा में बॉलकनी न हो तो आप किसी भी दिशा में तुलसी का पौधा लगा सकती हैं क्योंकि जिस दिशा में तुलसी का पौधा होता है, वहां का वातावरण अपने आप शुद्ध हो जाता है। लेकिन इस बात का ध्यान जरूर रखें कि उसके आसपास कोई गंदगी न हो।

मेरा किचन उत्तर-पूर्व दिशा में है और पूजा का कमरा दक्षिण-पूर्व दिशा में बना है। मैं यह जानना चाहती हूं कि क्या यह वास्तु की दृष्टि से ठीक है या इसमें सुधार की जरूरत है?

सीमा भौमिक, इलाहाबाद

आपके घर में ये दोनों ही चीजें गलत दिशा में बनी हुई हैं। किचन का वास्तुदोष दूर करने के लिए आप वहां गैस स्टोव को दक्षिण-पूर्व दिशा के कोने में रखें और उत्तर-पूर्व या उत्तर दिशा में सिंक बनवाएं। पूजा के स्थान को दक्षिण-पूर्व से हटा कर उत्तर-पूर्व दिशा में ले आएं। अगर इस दिशा में पूजा का अलग कमरा बनाना संभव न हो तो इस दिशा में बने किसी भी कमरे के एक हिस्से में भगवान के चित्र या मूर्तियां स्थापित करके वहां पूजा का स्थान बना लें। इस बात का ध्यान जरूर रखें कि पूजा करते समय आपका मुख सदा पूर्व दिशा में रहे।

डॉ. आनंद भारद्वाज