यह ऐसी स्वास्थ्य समस्या है जिसका सामना हर स्त्री को जीवन में कभी न कभी करना पडता है। मेडिकल साइंस के सर्वेक्षणों के अनुसार लगभग 75 प्रतिशत स्त्रियां इस समस्या से ग्रस्त होती हैं।
लक्षण
1. वजाइना में खुजली
2. जलन
3. सफेद रंग का गाढा डिस्चार्ज
4. स्किन रैशेज
5. सूजन
6. बार-बार यूरिन आना और यूरिन डिस्चार्ज के समय दर्द
कारण
कैनिडिड एलबिकन्स फंगस से मिलता-जुलता एक तरह का यीस्ट होता है, जो वजाइना के मुंह पर स्थित होता है और सामान्य परिस्थितियों में यह शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता। लेकिन नीचे दिए कारणों से यह सक्रिय हो उठता है और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है :
1. ज्यादा एंटीबॉयोटिक दवाओं का सेवन
2. अनिद्रा
3. कुपोषण
4. नॉयलोन या लाइक्रा के थांग्स पहनना
5. गर्भावस्था में डायबिटीज
6. लगातार गर्भनिरोधक गोलियों और बहुत ज्यादा खट्टी चीजों का सेवन
बचाव एवं उपचार
1. व्यक्तिगत सफाई का ध्यान रखें
2. स्विमिंग के बाद बिना देर किए नहाकर कपडे बदलें
3. कॉटन के ढीले थांग्स पहनें
4. बिना डॉक्टर की सलाह के एंटीबॉयोटिक दवाएं न लें
5. अगर डायबिटीज है तो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने की कोशिश करें। अगर आपको वजाइनल फंगल इनफेक्शन हो भी जाए तो बिना देर किए किसी कुशल स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। सामान्यत: एक महीने के उपचार के बाद यह समस्या दूर हो जाती है।