पौष्टिकता ए से जेड तक

- एपल

एक एपल (सेब) रोज खाइए और डॉक्टर से दूर रहिए-यह कथन सही है, क्योंकि इसमें कैलरी के साथ कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है व फाइबर भरपूर होता है। अस्थमा में सेब खाना फायदेमंद है। पेट खराब होने पर लाभदायक उपचार है सेब। यदि डायबिटीज थोडी-बहुत है तो भी सेब खाने की सलाह डॉक्टर देते हैं। शिशुओं के लिए स्टीम किया हुआ सेब पूर्ण आहार है। प्रतिदिन सेब खाने से कैंसर जैसे रोग से भी बचा जा सकता है।

बी- बनाना

बनाना (केला) स्त्रियों के लिए तनाव दूर करने की दवा है। इसमें से अमीनो एसिड, ट्रिप्टोफेन सेरोटोनिन केमिकल का रिसाव होता है, जिससे पूरे शरीर मेंठंडक का एहसास होता है। इसमें पोटैशियम होता है जो ब्लड प्रेशर नियंत्रित करता है और दिल के रोगी होने से बचाता है। यह नाश्ते के लिए संपूर्ण आहार है जो ऊर्जा से भरपूर होता है।

सी-कैबेज

बे्रस्ट कैंसर और कोलोन कैंसर से दूर रहने के लिए लाभदायक होता है। कैबेज (बंदगोभी) एस्ट्रोजेंट से होने वाली बीमारियों से भी दूर रखता है। इसमें सल्फर और क्लोरीन ज्यादा होता है। आयोडीन की मात्रा भी अधिक होती है। यह अलसर को दूर करता है, ओबेसिटी व त्वचा संबंधी दिक्कतों को दूर करता है। ध्यान रहे कि इसे बनाने से पहले अच्छी तरह खुले पानी से धोएं जरूर।

डी-डेट्स

डेट्स (खजूर) में पोटेशियम, आयरन, नियासीन और विटमिन बी 6 होता है। फाइबर की अधिक मात्रा से युक्त इसमें प्राकृतिक शुगर भी अधिक होता है।

-एग

बर्ड फ्लू के कारण भले ही एग (अंडे) से डर लग रहा हो लेकिन यह न्यूट्रीशन का मुख्य स्त्रोत है। इसमें प्रोटीन, विटमिन ए, बी और डी, जिंक, आयरन और फॉलिक एसिड भी होता है। डर दूर करने के लिए इसे न तो कच्चा खाएं, न ही आधा पका।

एफ- फिश

उत्तम प्रोटीन के लिए मछली से अच्छा स्त्रोत और कोई नहीं। बालों व स्किन के लिए फायदेमंद है। स्ट्रोक व हार्ट अटैक से बचाव करती है। थायरॉयड में फायदा पहुंचाती है। ऑयली फिश जैसे मैकरिल विटमिन ए और डी का अच्छा स्त्रोत है। ओमेगा थ्री फैटी एसिड इसमें प्राकृतिक रूप से मौजूद है, जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है।

जी- जिंजर

अधिकतर गर्भवती स्त्रियों को मॉर्निग सिकनेस का सामना करना पडता है जिसके लिए लाभदायक होता है जिंजर (अदरक)। बहुत लंबे समय से बहुत सी दवाओं में इसका प्रयोग किया जा रहा है। जिंजर पाचन क्रिया को भी ठीक करता है।

एच- हर्ब

हर्ब यानी जडी-बूटियों का अधिकतर प्रयोग सैलेड में होता है। इससे न केवल वह आकर्षक दिखता है बल्कि फायदा भी पहुंचाता है। इनमें ताकतवर फाइटोकेमिकल और एंटीबॉयोटिक तत्व होते हैं, जो सेहत के लिए लाभकारी होते हैं। ये इम्यून सिस्टम को ठीक करते हैं। हर्ब का इस्तेमाल सैलेड, इसके बाद चाय में होता है। बेसिल और अदरक की चाय सिर दर्द व कैमोमाइल चाय तनाव दूर करने में सक्षम होती है।

आई- इंडियन गूसबेरी

तेज फ्लू को दूर करने में विटमिन सी की अधिकमात्रा चाहिए होती है, जो इंडियन गूसबेरी (आंवला) में मिलती है। बीमार होने की प्रवृत्ति को कम करता है यह। इसके फायदों को आप जान लेंगी तो हैरान रह जाएंगी। किसी भी अन्य पौष्टिकआहार से ज्यादा पोषक तत्व इसमें होते हैं। आंवले के गुणों पर नजर डालें तो देखेंगे कि इससे हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और रोगों से लडने की शक्ति मिलती है।

जे- जैकफ्रूट

पोटेशियम से भरपूर होने के कारण यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है। इसमें फाइटोन्यूट्रीएंट तत्व कैंसर से बचाते हैं। अस्थमा में आराम देता है। त्वचा की अनेक समस्याओं का इससे इलाज होता है।

के- किवी

किवी फ्रूट में विटमिन सी, पोटैशियम, कॉपर, फाइबर के साथ मैग्नेशियम और विटमिन ई भी मौजूद होते हैं। वयस्कों में किवी का सेवन ट्राइग्लीसराइड बनने पर अंकुश लगाता है तथा ब्लड क्लॉट यानी खून का थक्का भी नहीं बनने देता। न केवल बडों में बल्कि बच्चों को भी यह सही पोषण देने में मदद करता है। भले ही ये बहुत आसानी से न मिलता हो लेकिन खास है गुणों में।

एल- लेमन

लेमन (नीबू) सिट्रस फल है। नीबू के रस में विटमिन सी बहुत मात्रा में होता है। नीबू का रस इनफ्लूएंजा, मलेरिया और जुकाम में फायदा देता है, बुखार को कम करता है, दांत, दिल और बोन के लिए हितकारी है, किडनी व ब्लैडर के रोगों के साथ नर्वस सिस्टम को आराम देता है।

एम- मैंगो

मैंगो (आम) फलों का राजा है। एक अच्छा नाश्ता व उपयोगी डेजर्ट होता है, विशेषकर मीठा खाने वालों के लिए। स्वास्थ्य के लिए लाभकारी रसायनों का बेहतर स्त्रोत है। पाचन क्रिया में भी फायदा पहुंचाता है यह।

एन- नट्स

नट्स (सूखे मेवे) उन बेहतर स्नैक्स में से एक है जिसे खाने से आपको पेट भरा लगता है। इसमें विटमिन ई होता है जो स्किन के लिए फायदेमंद है व हड्डियों को कैल्शियम देता है।

- अनियन

अनियन (प्याज) में क्यूरसेटिन होता है जो एंटीऑक्सीडेंट तत्वों से युक्त होता है व खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। लाल प्याज में पीले प्याज की तुलना में अधिक क्यूरसेटिन होता है। प्याज खाने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है व अस्थमा में आराम मिलता है।

पी- पपाया

पपाया (पपीते) में विटमिन ए, बी व सी, बीटा कैरोटिन तथा पपेन होता है जो एंजाइम के लिए फायदेमंद होता है। पपीता पाचक तथा भूख बढाने वाला होता है। यह लीवर के लिए भी फायदेमंद है। सुपाच्य होने के कारण हर समय इसे खाने की सलाह डॉक्टर देते हैं।

क्यू- क्विनोआ

क्विनोआ (एक प्रकार का अनाज) में पोटैशियम व आयरन होता है। इसमें विटमिन बी, विशेषकर बी 6, नियासिन और थियामिन भी रहता है। यह प्रोटीन से युक्त खाद्य है, जिसका इस्तेमाल कुकीज, ब्रेड, पास्ता, केक व बिस्किट बनाने में होता है। इसके पत्ते सैलेड में इस्तेमाल होते हैं।

आर- रैडिश

रैडिश (मूली) बंदगोभी, गोभी और शलजम के परिवार की सब्जी है। स्वाद में उम्दा व कम कैलरी वाली होती है यह। इससे बने नाश्ते उत्तम होते हैं। किसी भी सैलेड, सूप और सब्जी में इसे डालने से जहां रौनक बढती है वहीं स्वाद भी बेहतर होता है। विटमिन सी इसमें भरपूर होता है, इसमें आयरन, पोटैशियम, बीटा कैरोटीन और फाइबर भी होता है।

एस- स्पिनच

स्पिनच यानी पालक लोगों की पसंदीदा हरी सब्जी है। इसमें फोलेट अधिक होता है। इसमें मौजूद विटमिन बी हार्ट डिजीज को कम करता है। इसमें ल्यूटीन भी बहुत होता है जिससे उम्र अधिक होने पर नेत्र दृष्टि कम होने वाली समस्या पर रोक लगती है।

टी- टोमैटो

टोमैटो यानी टमाटर में लाइकोपीन, कैरोटनॉयडस होते हैं जो दिल के रोग व कैंसर को दूर करने में मददगार होते हैं। इस तरह की सब्जियां डायबिटीज में, नेत्र रोग में, यूरिनरी डिसॉर्डर में, इंटेंस्टाइन व लिवर की समस्याओं में और जोडों के दर्द में फायदा पहुंचाती हैं। यह नाडी के लिए अच्छा टॉनिक व रक्तशोधक है।

वी- वेजटेबल्स

एक दिन में सब्जियों व फलों से मिलने वाले निम्न पांच पोर्शन यदि आप खाते हैं तो आप कैंसर व हार्ट अटैक के खतरों से बच सकते हैं। 80 ग्राम के एक सैलेड बोल जिसमें 3 टेबल स्पून मटर, 2 मुट््ठी बंदगोभी, दो मुट््ठी सैलेड पत्ता, एक बोल छोटे कॉर्न के दाने, एक टोमैटो हो व एक चम्मच टोमैटो प्यूरी हो।

डब्लू- वॉलनट

वॉलनट (अखरोट) सबसे अलग हैं। इसमें ओमेगा थ्री व ओमेगा सिक्स के साथ पॉलीसैचुरेटेड फैटी एसिड भी होते हैं। ये हार्ट अटैक के खतरे और खराब कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है।

वाई- योगर्ट

योगर्ट यानी दही स्वास्थ्यवर्धक है और मिनरल व विटमिन का बेहतर स्त्रोत भी। कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटमिन ए, बी और जिंक इसमें होते हैं व यह पचाने में दूध से ज्यादा आसान होती है विशेषकर उनके लिए जिनको दूध पचता न हो। इसमें एक्टिव बैक्टीरिया होते हैं जो नुकसानदेह तत्वों से बचाते हैं।

जेड- जुकीनी

रॉ जूकिनी में कम कैलरी के साथ फोलेट, विटमिन सी, पोटेशियम होता है। यह कैरोटीन का अच्छा स्त्रोत है व कैंसर से लडने के लिए एंटीऑक्सीडेंट तत्व भी होते हैं इसमें। पीली व हरी जूकिनी बेहद पौष्टिक होती है।

डाइटीशियन शेरोन अरोडा

सखी प्रतिनिधि