समूचे पेड़ों से बनाया घर

अमेरिकी आर्किटेक्ट रोआल्ड गंडरसन को बचपन से ही जंगल और पेड़-पौधों से काफी लगाव था और यही प्यार उनके प्रोफेशन का आधार बन गया। गंडरसन मानते है कि घर बनाने के लिए लकड़ी को काटना जरूरी नहीं है बल्कि टहनियों सहित समूचे पेड़ के इस्तेमाल से खूबसूरत घर तैयार किया जा सकता है। गंडरसन के काम करने का तरीका भी दिलचस्प है। पेड़ की टहनियों को मनचाहे आकार में मोड़ने के लिए वह उस पर चढ़कर उसे झुकाते है। धीरे-धीरे शाखा उनके मन मुताबिक मुड़ जाती है जिसे बाद में वह इमारत तैयार करने में इस्तेमाल करते है। गंडरसन मानते है कि सीधी लकड़ी की तुलना में मुड़ी हुई शाखाएं ज्यादा मजबूती देती है। मुड़ी हुई शाखाओं सहित लकड़ी का एक मेहराब विभिन्न दिशाओं में विस्तार लेकर छत को अपेक्षाकृत अधिक बेहतर तरीके से सपोर्ट कर सकता है। अमेरिकी कृषि विभाग के तहत मैडीसन में संचालित फॉरेस्ट प्रोडक्ट लैबोरेटरी की रिसर्च भी गंडरसन की इस बात को सही साबित करती है। रिसर्च में यह पुष्ट हुआ है कि शाखाओं सहित समूचे पेड़ की लकड़ी, समान पेड़ की कटाई के बाद निकाले गए लकड़ी के लट्ठे की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक भार वहन कर सकती है।

समूचे पेड़ की लकड़ी को बगैर काटे इस्तेमाल करते हुए इमारतें तैयार करने के व्यवसाय में गंडरसन की पत्नी एमीलिया बैक्सटर भी उनके साथ है। एमीलिया गंडरसन की फर्म होल ट्री अर्किटेक्चर एंड कंस्ट्रक्शन में उनकी पार्टनर है। गंडरसन ने अपने लिए भी विसकांसिन में समूचे पेड़ की लकड़ी से घर तैयार किया है जहां वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते है।

गंडरसन कहते है कि अपनी जरूरत के लिए वह यदि पेड़ काटते है तो भी जंगल को नुकसान नहीं पहुंचता क्योंकि वह सघन पेड़ों के झुंड के बीच से छोटे पेड़ निकालते है, इस तरह सघन पेड़ों के झुंड के बीच सूरज की रोशनी पहुंचने का रास्ता बन जाता है जोकि पेड़ों के लिए लाभकारी है। कई बार वह ऐसे पेड़ भी इस्तेमाल करते है जो बीमारी अथवा कीड़ों से नुकसान पहुंचने के कारण स्वत: गिर जाते है। गंडरसन के अनुसार समूचे पेड़ से घर तैयार करने का खर्च भी कम है। जब उन्होंने 1993 में प्रथम घर तैयार किया था तो उसमें मात्र 15 हजार डॉलर का खर्च आया था। वर्तमान में समूचे पेड़ से इमारत निर्माण का खर्च 100 डॉलर प्रति वर्ग फुट आता है। ग्राहक यदि चाहे तो सेकंड हैड मैटीरियल भी खरीदकर इस्तेमाल कर सकते है। वहीं ऐसे घर प्रकृति से नजदीकी का भी अहसास कराते है।