हंसो जिंदगी के लिए

हंसें और खूब हंसें। अगर आप ध्यान लगाना चाहते हैं तब तो और भी हंसें, क्योंकि यह ध्यान की पहली सीढ़ी है। हो सकता है कि आपको यह पढ़कर कुछ ताज्जुब हो, लेकिन विशेषज्ञों का यही मानना है। यदि आप ध्यान का अभ्यास करना शुरू करते हैं, तो सबसे पहले इधर-उधर भटक रहे मन को एकाग्रचित करना होता है। जब हम हंसते हैं, तब भी सब कुछ भूल कर एकाग्रचित हो जाते हैं। बीते दिनों की पीड़ा पीछे छूट जाती है। हंसते समय हमारा दिमाग तनावमुक्त होकर सिर्फ वर्तमान पर केंद्रित हो जाता है। हमारा शरीर, संवेदना और आत्मा भी इस क्रिया में सम्मिलित हो जाती है। यदि कोई व्यक्ति सुबह के समय हास्य ध्यान योग का अभ्यास करता है, तो वह दिन भर प्रसन्न रह सकता है। यदि शाम को इसका अभ्यास किया जाए, तो न केवल रात को अच्छी नींद आती है, बल्कि सुखद सपने भी आते हैं।

मन की शक्ति का प्रयोग

हास्य योग गुरु जितेन कोही कहते हैं कि हंसना भी योग है। जहां हास्य का अर्थ है मन की ऊर्जा को बढ़ाना, वहीं योग का मतलब होता है जोड़ना। इसलिए ये दोनों एक दूसरे के पर्यायवाची हैं। हमारा दिमाग मुख्यत: दो भागों में बंटा हुआ है-विचार और मन। शरीर की 90 प्रतिशत ऊर्जा मन के लिए और 10 प्रतिशत विचारों के लिए सुरक्षित रहती है। उदाहरण के लिए, यदि हम कोई कार्य करना चाहते हैं, तो हमारा सुदृढ़ मन ही उसे पूरा करने के लिए जिम्मेदार होता है। जब तक हमारा मन सुदृढ़ नहीं होगा, ध्यान में जाना कठिन है। हालांकि यह भी सच है कि अधिकांश लोग मन की शक्ति का मात्र 10 प्रतिशत ही उपयोग कर पाते हैं। यदि हम हास्य योग का अभ्यास करते हैं, तो मन की शक्ति का अधिक से अधिक प्रयोग कर पाते हैं। हंसना मन की खुराक है।

हंसने के कई फायदे हैं। इससे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। हमारे मस्तिष्क को बहुत अधिक मात्रा में ऑक्सीजन की जरूरत होती है। हंसने से बड़ी मात्रा में हवा शरीर के अंदर चली जाती है। इस क्रम में फे फड़ों का भी व्यायाम हो जाता है। एक रिसर्च के अनुसार, ऑक्सीजन की उपस्थिति में कैंसर कोशिका और कई प्रकार के हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस नष्ट हो जाते हैं। हंसने से शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है। यह तथ्य है कि तनाव, क्रोध आदि में मस्तिष्क की 40 मांसपेशियों को क्रियाशील होना पड़ता है, वहीं हंसने पर केवल 14 मांसपेशियों को ही काम करना पड़ता है। हास्य योग से हमारे शरीर में कई प्रकार के हार्मोस का स्राव होता है, जो हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह मधुमेह, तनाव, पीठ दर्द से पीडि़त व्यक्ति को लाभ पहुंचाता है। यदि आप रोजाना एक घंटा हंसते हैं, तो लगभग 400 कैलोरी ऊर्जा की खपत हो जाती है।

हृदय के लिए फायदेमंद

हार्ट केयर ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट डॉ. के.के. अग्रवाल के अनुसार, हंसना हृदय के लिए बहुत फायदेमंद है। यदि आप हंसते हैं, तो आपके शरीर से एंडोर्फिन रसायन पैदा होता है। यह द्रव हृदय को मजबूत बनाता है। हंसने से हार्ट अटैक की संभावनाएं कम हो जाती हैं। इसलिए चिंता छोड़ें और खूब हंसें।

हंसी की अवस्थाएं

4सचेत हंसी की 3 अवस्थाएं हैं। प्रत्येक अवस्था 5-20 मिनट की होती है।

4अंगड़ाई लेते हुए अपने शरीर को तानें और गहरी सांस लें। शरीर को तानने की शुरुआत हथेलियों और तलवे से करें। इसके बाद क्रम से शरीर के अन्य अंगों में तनाव लाएं। अपने मुंह को खोलें और चेहरे की सभी मांसपेशियों में तनाव लाते हुए कई विचित्र आकृतियां बनाएं।

4कुछ मजेदार क्षणों को याद करें। हल्के-फुल्के चुटकुले, लतीफों को भी याद कर हंसें। यदि आपने हंसना-खिलखिलाना शुरू कर दिया है, तो इसे जारी रखें। स्वयं को यह एहसास कराएं कि हंसी आपके हृदय, पेट से गुजरती हुई आपके तलवों तक आ गई है। अब आप जमीन पर लेटकर शरीर को गोल-गोल घुमाएं, लेकिन इस दौरान हंसते भी जाएं।

4हास्य ध्यान का अंतिम चरण मौन है। अपनी आंखें बंद कर चुपचाप अपनी सांसों पर ध्यान दें।

[स्मिता]