नाक के पॉलिप के इलाज की नई तकनीक?

सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि पॉलिप क्या है? अक्सर नाक के अंदर मांस बढ़ जाता है जिसे पॉलिप कहते है। ये नाक की श्लेष्मा में सूजन आने के कारण उत्पन्न होते है। इस मर्ज की वजह नाक की एलर्जी व साइनस में संक्रमण अथवा कैंसर है। नाक का बंद हो जाना, खुशबू व बदबू का फर्क न मालूम होना, पॉलिप के लटक जाने से खाने में तकलीफ व आवाज में बदलाव होना आदि इस मर्ज के लक्षण है। कभी-कभी पॉलिप में संक्रमण हो जाता है। इस कारण नाक से रक्त स्राव होने लगता है।

इस मर्ज का संदेह होने पर नाक व साइनस का सी टी स्कैन करवाना चाहिए। इससे पॉलिप के आंख व मस्तिष्क में फैलने का पता लगता है। कभी-कभी पॉलिप व अन्य बढ़े हुए मांस की बॉयोप्सी की जाती है ताकि कैंसर का पता लग सके। छोटे एलर्जिक पॉलिप नाक में स्टेराइड स्प्रे द्वारा ठीक किये जाते है। बड़े पॉलिप का इलाज ऑपरेशन है। ऐसे ऑपरेशन को आजकल दूरबीन, लेजर व माइक्रोडिब्राइडर सरीखी उन्नत तकनीकों से किया जाता है।

[डॉ. देवेंन्द्र लालचंदानी]

[क्या नाक के पॉलिप के इलाज की कोई नई तकनीक विकसित हुई है?]